Bahan Ki Chudai में मेरा यह दूसरा काहानी है. इस काहानी में मेने बताया है की मैं केसे अपने छोटी बहन को उसके स्कूल के रस्ते में ही चोदा और उसकी चूत को भोसड़ा बनाया. यह काहानी आपको अपने Bahan Ki Chudai करने में मदद करेगा.
आजका यह काहानी मेरे उन भाई और बाहनों केलिए है जो अपने भाई से चोदना चाहती है या अपने बहन को चोदना चाहते है। इस काहानी मे मैं आपको बताऊंगा की कैसे मेने अपने ही छोटी बहन को पटाया और उसे उल्टा करके चोदा।
इस काहानी से आपको एक दिशा मिलेगा की आप भी अपने भाई या बहन के साथ चुदाई कर सकते है। और यह भी निश्चित कर पाओगे की भाई बहन चोदाई कर सकते है।
कई लोगों के मन मे यह प्रश्न रहता है की क्या मैं अपने बहन को चोद सकता हूँ। क्या मैं अपने भाई का लंड ले सकती हूँ। तो यदि आप एक बहन है तो अपने चुत को छिपा कर मत रखो। उसे अपने भाई के सामने प्रस्तुत करो। आपका भाई जब आपको चोदेगा तभी तो वो आपका अपना होगा।
इससे आपको ही फायदा होगा वप आपका हर बात मानेगा। और आप भी चरम सुख का अनुभव करोगी। भाई के साथ चुदाई करने का अलग ही आनंद होता है।
तो उस आनंद का अनुभव करने केलिए आज का काहानी Bahan Ki Chudai को पढ़ना होगा। तो चलिए बिना समय व्यतीत किए इस काहानी को शुरू करते है।
Bahan Ki Chudai काहानी का आरम्भ
बात उन दिनों की है जब मैं 17 वर्ष का था और मेरी बहन 15 वर्ष की थी। उसके जिस्म को जवानी का चस्का चढ़ रहा था और वो क़यामत दिख ती थी।
जब वो अपने पाठशाला का कपडे पहनती थी तब उसके छोटे छोटे चूची उभर कर सामने दीखते थे। मन करता था की बस इन्हे दबा कर रस पी जाऊं।
लेकिन क्या करता मेरी अपनी बहन थी इसलिए डरता था और शर्म भी लगता था। मैं रोजाना उसे School छोड़ने जाता था और लेने भी जाया करता था।
धीरे धीरे बहन इतनी सुन्दर और Hot बन रही थी की मैं क्या बताऊँ। कभी कभी उसकी Bra मुझे दिख जाता था जो सफ़ेद रंग का होता था। और School dress के अंदर Bra का छोटा सा झलक बस मेरा लंड को खड़ा कर देता था।
मेरे मन मे उसे चोदने का इच्छा तो था ही लेकिन सही मौका नहीं मिल रहा था। डरता था की कहीं कुछ गड़बड़ ना हो जाए। इसलिए चुप रहता था और उसके नाम का मुठ मरता था।
फिर एक दिन एक ऐसा मौका आया की मेने अपने बहन के चुत को भोसड़ा बनाया दिआ।
असल मे बारिश का मोसम था और मेने रोज की तरह अपने बहन को School छोड़ने गया। जब छुट्टी का समय हुआ तब बारिश बहुत तेज आने वाला था।
इसलिए मा ने बोला की जाओ जल्दी रिंकी को लेकर आओ। मेरी बहन का नाम (Rinki) है। मैं भी जल्दी चला गया और उसे School से लेकर आया लेकिन। रास्ते मे बारिश बहुत तेज होनर लगा।
इसलिए हम दोनों एक Bus stop पर खड़े रहे। वहां पर कुछ लड़के और भी थे, और रिंकी के कपडे भीग गए थे। इसलिए उसकी Bra कपडे से बहार दिख रहा था।
सभी लड़के उसको ही देख रहे थे। मेने रिंकी से काहा इहाँ से चलो कहीं और जाकर रुकेंगे।
रिंकी: क्यों भैया इहान क्या समस्या है?
मैं: बस तुम चलो इहान मत रुको।
रिंकी: अरे Bag तो लेने दो। कहे कर रिंकी अपना School bag लेकर मेरे साथ चलने लगी।
रास्ते मे एक घर दिखा जो बहुत सालों से बंद पड़ा था और उसका दरवाजा टुटा हुआ था हम सब उसमे खेला करते थे। तो हम दोनों उस घर के अंदर जाकर रुक गए।
बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था। मा का Call आया तो मेने बताया की बारिश बहुत तेज हो रहा है। हम लोग शर्मा जी के घर के अंदर खड़े हुए है।
काहानी का अगला चरण Bahan Ki Chudai
बहन का छाती | 23 |
बहन की चूची | छोटे छोटे |
बहन की रंग | सावला |
बहन की चूत | कलि और झांट से भरा |
बहन दिखने में | नई रंडी जेसी |
मा बोली ठीक है रात होने से पहले आजाना उस भूतिया घर मे ना रुकना। जल्दी घर आओ। बस मा ने Call काट दिआ। तभी मेने देखा की रिंकी ठण्ड से कांप रही है। तो मेने काहा……
मैं: रिंकी क्या हुआ ठंडी लगरही है क्या?
रिंकी: हाँ भैया बहुत भीग गयी हूँ पूरी।
मैं: हाँ वो तो दिख रहा है, चलो तुम कपडे निकाल कर निचोड लो। पानी सुख जायेगा तो ठंडा नहीं लगेगा।
रिंकी: आपके सामने कैसे भैया घर मे कर लूंगी।
मैं: अरे मैं इधर मुहं कर लेता हूँ।
रिंकी: नहीं भैया मुझे शर्म आती है।
मैं: शर्दी लग गयी ना तो और शर्म आएगा। चलो कर लो मैं इधर मुंह कर लेता हूँ।
रिंकी: पक्का ना आप इधर नहीं देखोगे!
मैं: अरे हाँ बाबा बदल ले कपडे।
रिंकी थोड़ा पीछे गयी और अपना कपडे खोलने लगी। मैं थोड़ा थोड़ा देख रहा था और उसको देख कर मुझे उसको छोड़ने का मन बन गया था। वो सफ़ेद Bra मे क्या क़यामत लग रही थी।
रिंकी को गरम किआ – Bahan Ki Chudai
अचानक रिंकी बोली भैया उधर मुंह करो ना मुझे मत देखो। मेने काहा क्या करूँ तुम बहुत सुन्दर है ना मैं खुद को रोक नहीं पाया। यह सब मैं क्या बोल रहा था वो मुझे खुद को ही नहीं पता था। मैं अपने वश मे नहीं था।
रिंकी: भैया चुप रहो मुझे शर्म आती है।
मैं: अरे शर्म की क्या बात है यह सब तो तो कुछ दिन बाद सुनेगी ही।
रिंकी: कैसे कौन बोलेगा।
मैं: तेरा पति रात को जब सोने जाओगी तब।
रिंकी: छी भैया कितने गंदे हो आप।
मैं: थोड़ा मजे लोगी क्या असली मजा?
रिंकी: क्या मतलब केसा मजा?
मैं: दोनों नंगे होकर एक दूसरे से चिपक जाते है बहुत मजा लगेगा गरम गरम।
रिंकी: ना ना बाबा मुझे डर लगता है। कोई देख लेगा तो मा बहुत मारेगी।
मैं: कैसे कोई देखेगा अभी बारिश हो रहा है कोई आएगा नहीं।
रिंकी: नहीं चाहिए मुझे गर्मी रहने दो।
मैं: तुझे सब देख रहे थे तेरे चूची को वहा पर इसलिए इहान लेकर आया इहान कोई नहीं है। आजा ना चिपकते है।
ऐसा कहते हुए मेने अपना कपड़ा उतारा और रिंकी से चिपकने लगा। रिंकी मुझे रुकते हुए मेरे गले लग गयी। असल. मे उसे भी मजा आने लगा था।
पहेली बार यह सब उसके साथ हो रहा था और उसको यह सब पता भी था। तो चुदाई के बारे मे जब पता हो लेकिन कभी किआ ना हो तो उसकी तालाब और बढ़ जाती है।
रिंकी के साथ भी ऐसा ही हो रहा था। कहीं ना कहीं वो भी चाहती थी की कोई उसे अच्छे से चौद दे। उसके चुत को भोसड़ा बना दे। और आज वो मौका हाथ आया था।
कुछ ही पल मे हम दोनों पूरी तरह से नंगे हो गए थे और मैं रिंकी को चुम रहा था।
रिंकी: भैया मुझे बहुत डर लग रहा है कुछ हो गया तो?
मैं: कैसे होगा मैं माल बाहर निकाल दूंगा।
रिंकी: कोई देख लेगा तो!
मैं: कोई नहीं आएगा बारिश हो रही है चलो थोड़ा अंदर चलते हैँ।
Bahan Ki Chudai में रिंकी का छुट चाटा
मेने रिंकी को घर मे अंदर ले गया और फिर उसके चुत को तुरंत चाटने लगा। पहेली कली थी चुत मे थोड़ा गंध था लेकिन लंड भी खड़ा था तो कुछ सोचा नहीं। उसकी चुत चाटने लगा तो रिंकी सिषकिया लेने लगी।
रिंकी: भैया यह क्या कर रहे हो shhhhhhhh अह्ह्ह्हह।
मैं: मजा आरहा है क्या रिंकी?
रिंकी: उम्म्म्म सहहहहहह अह्ह्ह्हह हम्मम्मम्मम्म..
मैं: चुदाई की है क्या कभी?
रिंकी: नहीं नहीं क्या कहे रहे हो मुझे बहुत डर लगता है।
मैं: आज मुझे चोदने दोगी?
रिंकी: इसहहहहहह गंदे हो आप बहुत।
मैं: बहुत मजा आएगा चोदाई करने मे मौसम भी बहुत अच्छा है।
रिंकी बस मजे ले रही थी और मैं चुत का नमकीन पानी पी रहा था। मेने रिंकी के चुत को चाट कर पूरा पानी पानी कर दिआ था।
बस अब मेरा लंड रुक नहीं रहा था इसलिए मेने अपना लंड उठाया और रिंकी के चुत के सामने रख दिआ। इससे रिंकी और थोड़ा शिशकिआ लेने लगी।
Bahan Ki Chudai आरंभ
पहेली बार का लंड रिंकी को उसके जीवन का सबसे अलग अनुभव दे रहा था। इसलिए मैं और रुका ही नहीं। रिंकी को मेने उल्टा खड़ा किआ। और पीछे से एक झटका दिआ।
रिंकी के चुत मे मेरा आधा लंड घुस गया। रिंकी बहुत जोर से चिल्लाने लगी लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। मेने काहा….
मैं: रुको रुको थोड़ा दर्द होगा बस बस हो गया फिर बहुत मजा आएगा।
रिंकी: आह भैया दर्द हो रहा है भैया। मर जाऊँगी।
मैं: नहीं रे पगली मजा आएगा लंड कभी ली नहीं क्या पहले?
रिंकी: नहीं भैया पहेली बार है।
मैं: तुझे पता तो है ना दर्द होता है।
रिंकी: दोस्त ने बताया था दर्द होता है। अह्हह्ह्ह्ह….
मैं: हाँ इसको बोलते है चुदाई इसमें चरमसुख है पगली।
रिंकी: हम्म दोस्त बोली थी मुझे बहुत दर्द हुआ भैया।
मैं: हाँ अब मजा देता हूँ।
रिंकी: हो गया क्या ख़तम.
मैं: अरे अबगी कहाँ ख़तम हुआ अभी तो चोदोना है तुझे रुक जाओ मजा आएगा बहुत।
रिंकी: ठीक है भैया क्या करना है।
मैं: बस तू ऐसी ही खड़ी रहे मैं एक और झटका दे रहा हूँ लंड अंदर डालना है पूरा।
इतना कहकर मेने एक और झटका दिआ तो मेरा पूरा लंड अंदर चला गया। और रिंकी दर्द से तड़पने लगी। मेने उसको संभालते हुए उसको चूमने लगा और उसके चूची को दबाने लगा।
उसके चुत मे उंगलियां फेरने लगा तो रिंकी थोड़ी गर्म होने लगी। फिर जैसे ही मुझे दिखा की रिंकी अब मजा लेने केलिए तैयार है। तो मेने उसे पूछा।
मैं: रिंकी अब मजा लेने केलिए तैयार रहो।
रिंकी: ठीक है भैया।
मैं: अब मैं रुकने वाला नहीं हूँ मेरा लंड तेरे चुत मे ट्रेन की तरह घुसेगा।
यह कहकर मेने रिंकी का दोनों चूचिओं को पकड़ा। और खींच कर उसको चुदना शुरू किआ। इतना जोर से चौद रहा था जैसे मानो मेरे अंदर कोई मशीन हो।
रिंकी दर्द से चीला रहीथी और अगले पल मे मजे भी ले रही थी। कभी वो अह्ह्ह आह्हः की नारे लगा रही थी तो कभी उम्म्म उम्म्म उह्ह्ह्हह्ह की नारे लगा रही थी।
मैं: मजा आरहा है रिंकी.
रिंकी: बहुत मजा आरहा है भैया।
मैं: रोज देगी क्या चोदने मुझे?
रिंकी: मा पाओ को पता चल गया तो क्या होगा लिए?
मैं: हम दोनों चुप कर चुदाई करेंगे किसीको पता नहीं चलेगा।
रिंकी: अहह भैया और जोर से करो बहुत मजा आरहा है। उम्मम्मम उसह्ह्हह्ह्ह्ह हाएईईई अस्स्स्सस्स्स्स उह्ह्हह्ह्ह्ह।
मैं: ले ना मेरी जान आज चुदाई का पहले बार आनंद लेती रहे। तेरे चुत से आज मैं सारा पानी निकाल दूंगा।
रिंकी: अह्ह्ह आह मर गयी भैया बहुत अच्छा लग रहा है। कितना देर तक चोदोगे मुझे।
मैं: तू कहे तो आज रात तक यहीं रुक जाते है।
रिंकी: हाँ भैया बहुत मजा आएगा।
मैं: ठीक है मैं तुझे जितना बार मन करेगा आज चोदूंगा। अह्ह्ह कितना प्यारा है तेरी चुत।
रिंकी: भैया आप मुझसे प्यार करते हो क्या?
मैं: मैं तो पहले से ही तुझे चोदना चाहता था तेरी चूची देख कर मेरा खड़ा हो जाता था।
रिंकी: तो पहले बताना वहहिये था ना भैया।
मैं: मुझे डर लगता था कहीं किसीको बोल ना दे तू।
रिंकी: ह्ह्हह्ह्ह्ह मजा आएगा तो क्यों बोलने जाऊंगी।
मैं: अब तो तुझे रंडियो की तरह रोज चोदूंगा। दो मेरे दोस्तों से भी चोदेगी क्या?
रिंकी: नहीं नहीं किसीने किसीको कुछ बोल दिआ तो मर जाऊंगी।
मैं: कोई किसीको क्यों बताएगा मैं रहूंगा ना दोनों मिल कर तुझे मजे देंगे दो लंड का मजा लेगी तू।
रिंकी: मैं सोच कर बताऊंगी। अह्ह्ह अह्ह्ह भैया कुछ हो रहा है मुझे।
मैं समझ गया की अब रिंकी का चुत अपना पानी छोड़ने वाला है। इसलिए मेने चुदाई को और जोर से बढ़ा दिआ। और आव्हानक रिंकी तड़प उठी और मुझे कस कर पकड़ ली।
मैं समझ गया की उसके चुत से पानी निकल गया। अब बारी मेरा था तो मेने रिंकी को निचे बैठा दिआ और उसके मुंह मे अपना लंड डाल दिआ।
पहले नहीं नहीं बोल रही थी लेकिन लंड को मुंह के पास हिलाया तो उसने अपना मुंह खोल दिआ। और चूसते हुए मुझे बड़ा मजा देने लगी थी। फिर मेने आव्हानक से उसके मुंह मे ही चुदाई शुरू किआ। और मैं भी झड गया।
Bahan Ki Chudai का अंत
फिर मेने रिंकी के तरफ देखा तो वो शर्मा रही थी। मेने उसको गला लगाया और बोला बहुत अच्छी चुत है तेरी आज मजा दे दिआ।
रिंकी: मुझे शर्म आरही है भैया।
मैं: अच्छा लंड लेने के बाद अब शर्मा रही हो। चोदने मे मजा आया क्या?
रिंकी: हाँ बहुत अच्छा लग रहा था। लेकिन ख़तम हो गया।
मैं: 5 मिनिट मे फिर से खड़ा हो जायेगा तैयार रहे।
फिर हम दोनों ने बातें की रिंकी ने मुझसे चुदाई के बारे मे बहुत प्रश्न किए। मेने हर प्रश्न का उत्तर भी दिआ। उसको समझाया की चुदाई क्या होता है और इसमें कैसे मजे ले सकते है।
फिर मेरा लंड खड़ा हो गया तो मेने फिर से रिंकी को चोदना शुरू किआ। इस बार रिंकी मेरे लंड के ऊपर खुद चढ़ गयी। और इसीलिए तरह से हम दोनों ने एक और बार चोदाई किआ और उस दिन का पूरा मजा लिआ।
उसके बाद जब भी हमें मौका मिलता था हम दोनों चुदाई करते थे। कभी कभी नदी के किनारे मे बाहने से जाते थे और नदी मे नाहीते हुए पानी के अंदर ही चुदाई करते थे।
इसीलिए तरह से रिंकी से जुडी मेरा बहुत सारे यादें है जो अलग अलग काहानी बन सकता है। यदि आप सबको उसके बारे मे जानना है तो कमवंत करो।
मैं अपने बहन को केसे पटाऊं?
अपने बहन को पटाने केलिए उसकी हर बात को सुनो और वो जो कहेती है उसको करो, अपने बहन की हर जरुरत को पूरा करो. समय समय पर उसे Gift दिया करो. उससे दोस्त की तरह बात करो सभी चीज खोल कर बोलो एक दिन वो आपसे अबश्य पट जाएगी.
क्या मैं अपने बहन को गर्भवती बना सकता हूँ?
रिश्तों में यह गलत है, लेकिन पुराने जमाने में यह सब सही था राजा महाराजा लोग अपने बेटी से ही शादी कर लेते थे और उनसे बचे पैदा करते थे. यदि आप दोनों का येही मन है तो आप दोनों यह कर सकते है. लेकिन इससे आप दोनों को समाज अश्वीकार करेगा.
क्या मैं अपनी छोटी बहन को चोद सकता हूँ?
यदि आपके बहन का भी मर्जी है तो आप उसे चोद सकते है. यदि वो आपके लंड लेने केलिए तेयार हो तो इसमें कोई बुराई नही है बस ध्यान रखें की वो गर्भवती ना हो जाए. नही तो समाज आपको बहुत निंदा देगी. इसलिए यह काम आप सब से छुपा कर करें.
Bahan Ki Chudai काहानी का सारांस
इस Bahan Ki Chudai के काहानी में मेने आपको सिखाया है की आप केसे अपने छोटी बहन को चूदने केलिए मन सकते है उसे गर्म कर सकते है. और फिर अपने लंड को शांति दिला सकते है. इसमें कोई गलत कार्य नही है आप दोनों एक पुरुष और स्त्री ही है दोनों के पास लंड और चूत है. दोनों ही एक दुसरे के प्यासे है. एक बार आपका बहन आपके लंड का मजा ले ली तो फिर वो आपको नही भूलेगी. इसलिए यह काहानी आपके लिए सबसे अच्छा Bahan Ki Chudai का काहानी है. यदि यह पसंद आया तो इसे अपने दोस्त को भी शेयर करें.